Header Ads

कम्प्यूटर क्या है? (What is a Computer?)

 

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो डेटा को प्रोसेस करके उपयोगकर्ता को आवश्यक परिणाम प्रदान करता है। यह गणना करने, डेटा स्टोर करने, और विभिन्न प्रकार के कार्यों को स्वचालित रूप से करने की क्षमता रखता है। 



कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली है जो निर्देशों के समूह (प्रोग्राम) के नियन्त्रण में डाटा या तथ्य पर क्रिया (Process) करके सूचना (Information) उत्पन्न (Generate) करती है। कम्प्यूटर में डाटा (Data) को स्वीकार (Accept) करके प्रोग्राम को क्रियान्वित करने की क्षमता होती है। यह डाटा पर गणितीय (Mathematical) व तार्किक (Logical) क्रियाओं को करने में सक्षम होता है। कम्प्यूटर में डाटा स्वीकार करने के लिए इनपुट डिवाइस (Input Device) होती है प्रोसेसिंग (Processing) का कार्य जिस डिवाइस में होता है, उसे सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit) कहते हैं। यह कम्प्यूटर का मस्तिष्क (Brain of Computer) होता है।


#1. कंप्यूटर की परिभाषा

कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो निर्देशों के अनुसार डेटा को प्रोसेस करके उपयोगी जानकारी प्रदान करता है। यह गणना, डेटा स्टोरेज, संचार, और अन्य डिजिटल कार्यों को अत्यधिक गति और सटीकता के साथ पूरा करता है।

विस्तारित परिभाषा:
"कंप्यूटर एक प्रोग्राम योग्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो डेटा को इनपुट के रूप में स्वीकार करता है, उसे प्रोसेस करता है और आउटपुट के रूप में उपयोगी जानकारी प्रदान करता है। यह स्टोरेज और पुनर्प्राप्ति की सुविधा भी प्रदान करता है।"

 #2. कंप्यूटर का इतिहास

कंप्यूटर का विकास कई चरणों में हुआ है:

(क) प्रारंभिक कंप्यूटर

पहले के कंप्यूटर मैन्युअल गणनाओं के लिए उपयोग किए जाते थे। अबेकस (Abacus) को सबसे पुराना गणना यंत्र माना जाता है।

(ख) आधुनिक कंप्यूटर का विकास

  1. चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage):
    • "कंप्यूटर का जनक" कहा जाता है।
    • उन्होंने 1837 में "एनालिटिकल इंजन" नामक यंत्र विकसित किया।
  2. एलन ट्यूरिंग (Alan Turing):
    • 1936 में "ट्यूरिंग मशीन" का विकास किया, जो आधुनिक कंप्यूटरों का आधार बना।
  3. 1940-1950 के दशक में पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर
    • ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) 1946 में बना, जो पहला सामान्य प्रयोजन वाला कंप्यूटर था। 

#3. कंप्यूटर के प्रकार

(क) कार्यप्रणाली के आधार पर

  1. एनालॉग कंप्यूटर – भौतिक मात्राओं को मापने के लिए प्रयोग किए जाते हैं (जैसे- तापमान, दबाव)।
  2. डिजिटल कंप्यूटर – बाइनरी भाषा (0 और 1) का उपयोग करते हैं।
  3. हाइब्रिड कंप्यूटर – एनालॉग और डिजिटल दोनों तकनीकों का मिश्रण होता है।

(ख) आकार और उपयोग के आधार पर

  1. सुपर कंप्यूटर – बहुत तेज और शक्तिशाली (जैसे- परम, पृथ्वी)।
  2. मेनफ्रेम कंप्यूटर – बड़े संगठनों में डेटा प्रोसेसिंग के लिए।
  3. मिनीकंप्यूटर – मध्यम आकार के संगठनों में उपयोग।
  4. माइक्रोकंप्यूटर (PCs & Laptops) – सामान्य उपयोग के लिए। 

#4. कंप्यूटर के मुख्य घटक (Components of Computer)

(क) हार्डवेयर (Hardware)

  1. इनपुट डिवाइसेस – कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, माइक्रोफोन।
  2. प्रोसेसिंग यूनिट – सीपीयू (CPU - Central Processing Unit)।
  3. मेमोरी (Memory)
    • RAM (Random Access Memory) – अस्थायी मेमोरी।
    • ROM (Read Only Memory) – स्थायी मेमोरी।
  4. आउटपुट डिवाइसेस – मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर।
  5. स्टोरेज डिवाइसेस – हार्ड ड्राइव, SSD, पेन ड्राइव।

(ख) सॉफ्टवेयर (Software)

  1. सिस्टम सॉफ्टवेयर – ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows, Linux, MacOS)।
  2. एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर – MS Office, गेम्स, वेब ब्राउज़र।
  3. यूटिलिटी सॉफ्टवेयर – एंटीवायरस, बैकअप टूल्स। 

#5. कंप्यूटर के उपयोग (Uses of Computer)

  1. शिक्षा (Education) – ऑनलाइन लर्निंग, डिजिटल क्लासरूम।
  2. स्वास्थ्य (Healthcare) – मेडिकल रिपोर्ट, सर्जरी, रिसर्च।
  3. वाणिज्य (Business) – ई-कॉमर्स, डेटा एनालिसिस, बैंकिंग।
  4. मनोरंजन (Entertainment) – गेमिंग, मूवीज, म्यूजिक।
  5. वैज्ञानिक अनुसंधान (Scientific Research) – स्पेस रिसर्च, एआई। 

#6. कंप्यूटर के लाभ (Advantages of Computer)

  1. गति (Speed) – सेकंडों में जटिल गणनाएँ कर सकता है।
  2. शुद्धता (Accuracy) – बिना गलती के कार्य करता है।
  3. डेटा स्टोरेज (Storage) – बड़ी मात्रा में डेटा सुरक्षित रख सकता है।
  4. स्वचालन (Automation) – कई कार्यों को स्वतः करने में सक्षम।
  5. कनेक्टिविटी (Connectivity) – इंटरनेट के माध्यम से पूरी दुनिया से जुड़ सकता है। 

#7. कंप्यूटर के नुकसान (Disadvantages of Computer)

  1. डाटा चोरी (Hacking & Cybercrime) – संवेदनशील डेटा खतरे में रह सकता है।
  2. स्वास्थ्य समस्याएँ (Health Issues) – अधिक उपयोग से आँखों और रीढ़ की हड्डी पर प्रभाव।
  3. आलस्य (Dependency) – अधिक निर्भरता से शारीरिक गतिविधियाँ कम हो जाती हैं।
  4. वायरस अटैक (Virus & Malware) – कंप्यूटर डेटा को नुकसान पहुँचा सकता है। 

#8. कंप्यूटर का भविष्य (Future of Computers)

  1. क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computers) – सुपरफास्ट गणना की क्षमता।
  2. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) – स्वचालित निर्णय लेने वाले सिस्टम।
  3. ह्यूमन ब्रेन इंटरफेस – दिमाग से सीधे नियंत्रित होने वाले कंप्यूटर।
  4. नैनो टेक्नोलॉजी – अति सूक्ष्म और शक्तिशाली कंप्यूटर चिप्स। 

निष्कर्ष (Conclusion)

कंप्यूटर आज की दुनिया में एक अनिवार्य तकनीकी उपकरण बन चुका है, जो शिक्षा, व्यापार, चिकित्सा, अनुसंधान और मनोरंजन से लेकर हर क्षेत्र में उपयोगी है। तकनीकी उन्नति के साथ कंप्यूटर की भूमिका और भी बढ़ती जा रही है, जिससे भविष्य में इसके और अधिक उन्नत रूप देखने को मिल सकते हैं।

 

2 टिप्‍पणियां:

Blogger द्वारा संचालित.